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बवासीर एक दर्दनाक एवं गंभीर स्थिति है, जिसके लिए उचित इलाज की आवश्यकता होती है। अगर बवासीर का इलाज समय पर नहीं किया गया, तो यह गंभीर जटिलताओं जैसे असहनीय दर्द, असामान्य रक्त हानि, इत्यादि का कारण बन सकता है। चपरा में बवासीर के इलाज के लिए एक अनुभवी गुदा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
बवासीर क्या है? – Piles Kya Hai?
बवासीर यानी पाइल्स एक गुदा संबंधी बीमारी है, जिसमें गुदा की नसें सूज जाती है और इसी सूजन के कारण यह नसें गुदा में लटकी हुई नजर आती हैं। यह तब होता है, जब मलाशय या गुदा की नसों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
आमतौर पर पाइल्स होने का मुख्य कारण कब्ज, मल त्यागने के दौरान अधिक जोर लगाना, भारी सामान उठाना, खराब जीवनशैली, अधिक तला हुआ भोजन का सेवन करना। दो प्रकार की बवासीर लोगों को परेशान करती है – आंतरिक बवासीर और बाहरी बवासीर। अंदरूनी/आंतरिक बवासीर मलाशय के अंदर होती है और आमतौर पर दर्दनाक नहीं होती हैं।
वहीं बाहरी बवासीर को आंखों से देखा जा सकता है। बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय कुछ हद तक ही प्रभावकारी होता है। अंततः बवासीर के इलाज के लिए ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ती है।
चपरा में बवासीर के बेस्ट डॉक्टर – Chapra me Piles ka ilaj ke liye Doctor
Dr. Qaisar Jamal
MBBS, MS - General Surgery
17 Years Experience Overall
Dr. Neeti Neha
MBBS, MS-General Surgery, FIAGES
13 Years Experience Overall
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चपरा में बवासीर के बेस्ट क्लिनिक – Chapra me Piles ka ilaj ke liye Clinic
Piles Clinic, Kankarbagh
No F/168, PC ColonyKankarbagh, Patna, Bihar
All Days - 10:00 AM to 8:00 PM
Piles Clinic, Kankarbagh
Shop -01, Rekha Mansion, 1st floorHousing Board Colony, Patrakar Nagar
All Days - 10:00 AM to 8:00 PM
Piles Clinic, Rajbansi Nagar
Holy Promise Hospital, Shivpuri
All Days - 10:00 AM to 8:00 PM
इलाज करवा चुके रोगियों के रिव्यु
Bawaseer ki laser surgery se operation ke 3 din baad main acchee tarah se chal paa raha hu aur latrin karne men koi dikkat nahi hoti.
Manoj
Thank you so much, Mera Bahut acche se upchar hua. thanks to doctor for giving such treatment.
Sarthak
Main piles se 2 saal se pareshan tha, thank you to the team, laser surgery ke 2 din baad main sabhi normal kaam kar paa raha hu. Doctor ne poori dekhbhal ki
Aabid
कारण :
- लंबे समय तक एक जगह बैठना
- पुरानी कब्ज
- ज्यादा तीखा और मसालेदार खाना
- कम पानी
- पीना फाइबर की कमी
- गुदा क्षेत्र में चोट
- रेक्टल प्रोलेप्स
लक्षण :
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मलत्याग के दौरान रक्तस्त्राव
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में जलन
- बैठने में दर्द
बवासीर का लेजर उपचार की पात्रता
यदि रोगी में निम्नलिखित लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर पाइल्स का लेजर ट्रीटमेंट की सलाह दे सकता है-
- यदि बवासीर ग्रेड 2 के अंतिम चरण में है
- यदि रोगी को ग्रेड 3 का पाइल्स है
- रोगी ग्रेड 4 के शुरुआती चरण में है
बवासीर के बारे में अधिक जानकारी
बवासीर के कारण – Bawaseer Ke Karan
- लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठना
- कब्ज (Chronic constipation)
- ज्यादा तीखा और मसालेदार भोजन खाना
- खराब जीवनशैली
- कम पानी पीना
- फाइबर की कमी
- गुदा क्षेत्र में चोट
- रेक्टल प्रोलेप्स
बवासीर के लक्षण – Bawaseer Ke Lakshan
- गुदा क्षेत्र में खुजली
- मल त्याग के दौरान खून बहना
- गुदा क्षेत्र में दर्द
- गुदा क्षेत्र में जलन
- बैठने में दर्द
बवासीर के इलाज के प्रकार
- रबर बैंड लिगेशन
- स्क्लेरोथेरेपी
- इन्फ्रारेड फोटोकोगुलेशन
- इल्कट्रोकोगुलेशन
- लेज़र हेमोराहाइडेक्टोमी
बवासीर में इन खाद्य पदार्थों का सेवन करें
- जामुन
- मीठे आलू
- आलू
- ब्रॉकली
- टमाटर
- खट्टे फल
बवासीर में इन खाद्य पदार्थों से परहेज करें
- गहरे तले हुए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ
- मसालेदार भोजन
- अल्कोहल
- डेयरी उत्पादों।
- कच्चे फल
- परिष्कृत अनाज
- अधिक नमकीन खाद्य पदार्थ
बवासीर के लिए निदान परीक्षण – Bawaseer ka Test
डॉक्टर बवासीर के इलाज से पहले कुछ नैदानिक परीक्षण की सलाह दे सकते हैं जैसे –
- डिजिटल रेक्टल परीक्षण – डॉक्टर रोगी के गुदा मार्ग में एक उंगली में वैक्स लगाकर गुदा के अंदर उभरी हुई नसों की जांच करते हैं। इसके साथ साथ डॉक्टर गुदा में मौजूद अन्य समस्या की भी जांच कर सकते हैं।
- एनोस्कोप या प्रॉक्टोस्कोप – डॉक्टर एनोस्कोप या प्रॉक्टोस्कोप से गुदा के भीतर की जांच करते हैं। इन दोनों उपकरणों की सहायता से गुदा के भीतर की असामान्यताओं की जांच की जा सकती है।
- कोलोनस्कोपी – इस परीक्षण के द्वारा कोलन कैंसर की संभावना का पता लगाया जा सकता है। इस प्रक्रिया के दौरान रोगी एनेस्थीसिया के प्रभाव में रहता है और गुदा में दूरबीन को डालकर स्थिति की जांच की जाती है।
ऊपर बताए गए परीक्षणों से बवासीर की पुष्टि होती है और बवासीर की पुष्टि होने के बाद डॉक्टर इलाज से पहले अन्य जांच का सुझाव दे सकते हैं। उपचार के पूर्व डॉक्टर रोगी के स्वास्थ्य की जांच करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि रोगी को कोई ऐसी बीमारी तो नहीं है, जिसके कारण ऑपरेशन के बाद कोई जटिलता उत्पन्न हो।
यदि ऐसा होता है, तो डॉक्टर ऑपरेशन के लिए किसी दूसरे दिन का चुनाव कर सकते हैं। कुछ मामलों में डॉक्टर रोगी को ऑपरेशन से पहले कुछ सुझाव दे सकते हैं, जिसका पालन कर रोगी को बवासीर के ऑपरेशन के संभावित जोखिम और जटिलताओं से राहत मिल सकती है।
चपरा में बवासीर का इलाज ऑपरेशन द्वारा – Bawasir ka Ilaj in Hindi
बवासीर के शुरुआती चरण में कुछ घरेलू उपचार की सलाह दी जा सकती है। यदि बवासीर का इलाज घरेलू उपचार से नहीं हो पाता है, तो डॉक्टर बवासीर के ऑपरेशन की सलाह दे सकते हैं। बवासीर का ऑपरेशन गुदा रोग विशेषज्ञ/सर्जन द्वारा किया जाता है और आधुनिक तकनीक से बवासीर का इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ता है।
ऑपरेशन के दौरान, डॉक्टर सबसे पहले एनेस्थीसिया का प्रयोग करते हैं, जिससे रोगी को ऑपरेशन की प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह के दर्द और असहजता का सामना न करना पड़े। इसके बाद गुदा पर मौजूद बवासीर के मस्सों को हटा दिया जाता है।
पाइल्स ऑपरेशन के बाद, रोगी को समय-समय पर दवाओं, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही डॉक्टर कुछ अन्य दिशा-निर्देश भी देते हैं, जिनका पालन करना स्वस्थ शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है। बवासीर (पाइल्स) के ऑपरेशन के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख विधियों नीचे दिया गया है:
- स्क्लेरोथेरेपी (Sclerotherapy): इस विधि में विशेषज्ञ बवासीर के गांठ को सुखाने के लिए एक विशेष दवा को बवासीर की नसों में इंजेक्शन के द्वारा डालते हैं। इससे नसें सिकुड जाती जाती हैं और बवासीर के मस्से सूख जाते हैं। इस प्रक्रिया को बवासीर के मस्से सुखाने के उपाय के तौर पर भी जाना जाता है।
- बैंड लिगेशन (Band Ligation): इस विधि में, बवासीर की नसों पर एक बैंड लगाया जाता है और उन्हें ब्लॉक कर दिया जाता है। इससे खून का बहाव बंद हो जाता है और बवासीर खत्म हो जाता है।
- इंफ्रारेड कोएगुलेशन (Infrared Coagulation): डॉक्टर इस विधि का सुझाव छोटे आकार के बवासीर के इलाज के लिए देते हैं। इस प्रक्रिया में बवासीर के मस्से को हटाने के लिए हीट वेव का प्रयोग होता है, जिससे बवासीर के मस्से खत्म हो जाते हैं।
- लेजर हेमरॉयडेक्टमी (Laser Hemorrhoidectomy): यह बवासीर के ऑपरेशन के लिए सबसे आधुनिक प्रक्रिया है, जिसमें विशेषज्ञ लेजर का उपयोग कर बवासीर के मस्सों तक के रक्त संचार को ही बंद कर देते हैं।
- स्टेपलर हेमरॉयडेक्टमी (Stapled Hemorrhoidectomy): यह ऑपरेशन बड़े आकार के बवासीर के उपचार के लिए उपयुक्त है। इसमें बवासीर की नसों को स्टेपलर मशीन के माध्यम से बंद कर दिया जाता है, जिससे बवासीर की नसों तक रक्त संचार रुक जाता है और वह खत्म हो जाते हैं।
ये थे कुछ बवासीर के ऑपरेशन के कुछ प्रमुख प्रकार, लेकिन ऑपरेशन का प्रकार रोगी की स्थिति, बवासीर के आकार और लक्षण के आधार पर निर्धारित किए जाते हैं। गुदा रोग विशेषज्ञ रोगी की स्थिति के आधार पर उत्तम इलाज के विकल्प का चुनाव कर सकते हैं।
चपरा में बवासीर के इलाज के लिए लेजर ऑपरेशन को क्यों चुनें?
बवासीर के इलाज के लिए डॉक्टर अलग अलग विकल्प का चुनाव करते हैं। वह सबसे पहले स्थिति का निदान करते हैं और परिणाम के आधार पर ही बवासीर के इलाज का सुझाव देते हैं। यदि डॉक्टर ऑपरेशन का सुझाव देते हैं, तो लेजर प्रक्रिया सबसे बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
दरअसल, ओपन सर्जरी की तुलना में लेजर सर्जरी के कई फायदे होते हैं, इसलिए चपरा में ज्यादातर डॉक्टर बवासीर को जड़ खत्म करने के लिए लेजर प्रक्रिया की सलाह देते हैं। आइये जानते हैं कि आखिर क्यों यह ओपन सर्जरी की तुलना में लेजर प्रक्रिया बेहतर विकल्प है –
चपरा में बवासीर की लेजर सर्जरी |
चपरा में बवासीर की ओपन सर्जरी |
ऑपरेशन के दौरान रक्त हानि न होना |
ऑपरेशन के दौरान रक्त हानि होती है |
ऑपरेशन के बाद रिकवरी में कम समय लगता है और बहुत कम दर्द होता है |
ऑपरेशन के बाद बहुत दर्द होता है और पूरी तरह से स्वस्थ होने में अधिक समय लगता है |
प्रक्रिया को पूरा होने में 30 मिनट या उससे कम समय लगता है |
ऑपरेशन में 30 मिनट से ज्यादा का समय लगता है |
एक दिन में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है |
अस्पताल से डिस्चार्ज होने में 1 सप्ताह तक का समय लग सकता है |
रोगी दो दिन में अपने सभी साधारण काम कर सकता है |
15 दिन तक बेड रेस्ट की सख्त जरूरत होती है |
सर्जरी के बाद मल त्याग में समस्या नहीं होता है |
ऑपरेशन के बाद परेशानी और दर्द का सामना करना पड़ता है |
संक्रमण का जोखिम बहुत कम होता है |
संक्रमण का जोखिम अधिक होता है |
हमेशा के लिए बवासीर से छुटकारा |
बवासीर की समस्या बार-बार परेशान करेगी |
इलाज में कुल खर्च कम आता है |
खानपान में बदलाव, दवाएं, आदि मिलाकर इलाज में अधिक खर्च होता है |
खानपान में कुछ खास बदलाव करने की आवश्यकता नहीं होती है |
खानपान में परहेज रखना पड़ता है |
बवासीर का लेजर ऑपरेशन कौन करवा सकता है?
यदि रोगी को बवासीर के लक्षण दिखते हैं, तो उसे बवासीर के ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है। निम्नलिखित स्थिति में चपरा में डॉक्टर पाइल्स के लेजर ट्रीटमेंट की सलाह दे सकते हैं –
- बवासीर ग्रेड 2 के अंतिम चरण में है।
- रोगी को ग्रेड 3 पाइल्स है।
- रोगी ग्रेड 4 बवासीर के शुरुआती चरण में है।
अधिकतर पूछे गए प्रश्न
मुझे बवासीर के ग्रेड का कैसे पता चलेगा?
बवासीर के ग्रेड की पुष्टि के लिए आप एक सर्वश्रेष्ठ गुदा रोग विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं। वह रोगी के साथ परामर्श करके, उनके द्वारा महसूस किए जा रहे लक्षण, और जांच के परिणाम के आधार पर बवासीर के ग्रेड का पता लगा सकते हैं।
बवासीर के मस्से को जड़ से खत्म करने का उपाय क्या है?
बवासीर के मस्सों के लिए कुछ घरेलू उपायों को रोगी अपना सकते हैं, लेकिन उन्हें बवासीर के लक्षणों से कुछ ही समय के लिए राहत मिलेगी। बवासीर से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए लेजर ऑपरेशन एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
खूनी बवासीर का इलाज और परहेज क्या है?
बवासीर का सबसे उत्तम इलाज ऑपरेशन ही है। बवासीर के ऑपरेशन के बाद इस रोग से होने वाली परेशानियां बहुत कम हो जाती है। बवासीर के इलाज के बाद भी रोगी को कुछ दिनों के लिए खानपान में बदलाव करने की सलाह दी जा सकती है क्योंकि परहेज से जल्दी रिकवरी होती है। खूनी बवासीर के ऑपरेशन के बाद रोगी को दो चीजों का अवश्य पालन करना चाहिए। फाइबर की मात्रा बढ़ाने और पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
लोग बवासीर से पीड़ित क्यों होते हैं?
हेल्थ रिसर्च के अनुसार पाइल्स होने का मुख्य कारण कब्ज और खानपान की खराब आदत है। रिसर्च में पाया गया है कि बच्चे-बूढ़े सभी की जीवनशैली अस्वस्थ हो गई है, जिसके कारण बवासीर जैसा गंभीर बीमारी हर वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रहा है।
खूनी बवासीर का रामबाण इलाज क्या है?
खूनी बवासीर का रामबाण इलाज सिर्फ ऑपरेशन ही है। बवासीर के घरेलू उपचार के बाद स्थिति से हल्की राहत रोगी को मिल सकती है, लेकिन बवासीर के स्थाई इलाज के लिए लेजर ऑपरेशन की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं।
चपरा में बवासीर के इलाज में कितना खर्च आता है?
औसतन, भारत में बवासीर की ऑपरेशन की लागत 40,000 से 55,000 रुपये के बीच हो सकती है। लेकिन अंतिम लागत अलग कारकों पर निर्भर है।
चपरा में बवासीर के इलाज के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर कौन हैं?
चपरा में पाइल्स के लेजर इलाज के लिए आप हमारे सबसे अनुभवी डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। उनके पास बवासीर के इलाज के लिए 15 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है। यदि आप एक अच्छे डॉक्टर की देखरेख में उचित उपचार करवाना चाहते हैं और सर्जरी के बाद होने वाली जटिलताओं से बचना चाहते हैं तो हमें फोन करें या अपॉइंटमेंट बुक करें।
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