बवासीर एक ऐसी गुदा बीमारी है जिसमें गुदा क्षेत्र की नसों में सूजन आ जाता है। इस सूजन के कारण नसें गुदा मार्ग के बाहर दिखाई देने लगती है, इन्हें हम बवासीर के मस्से कहते हैं।
आमतौर पर बवासीर के शुरुआती चरण को काबू में करना आसान है, लेकिन जब मरीज लापरवाही बरतता है और डॉक्टर द्वारा बताए गए सावधानियों और टिप्स का अनुसरण नहीं करता है तब बवासीर का ग्रेड अधिक हो जाता है।
जब बवासीर ग्रेड 2 या उससे ऊपर के स्टेज पर पहुँच जाता है तब डॉक्टर गंभीरता के अनुसार सर्जरी की सलाह देते हैं।
वैसे तो बवासीर का उपचार करने के लिए कई तरह की सर्जरी उपलब्ध हैं, लेकिन हम यहाँ आज लेजर सर्जरी के बारे में जानेंगे।
बवासीर की लेजर सर्जरी कराने के पात्र कौन है?
यदि बवासीर ग्रेड 1 से ऊपर है और ग्रेड 4 से नीचे है तो ऐसे लोग लेजर सर्जरी की मदद से उसे हमेशा के लिए खत्म कर सकते हैं।
कुछ मामलों में तीसरे स्टेज और चौथे स्टेज के बवासीर को ठीक करने के लिए डॉक्टर लेजर प्रक्रिया के साथ स्टेपलर या ओपन सर्जरी का भी इस्तेमाल करता है।
नोट- यदि आपका बवासीर ग्रेड 1 पर है, लेकिन वह गंभीर हो सकता है तो ऐसी स्थिति में भी डॉक्टर लेजर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।
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बवासीर का लेजर ऑपरेशन कैसे होता है?
निदान
डॉक्टर गुदा क्षेत्र की जाँच करेंगे। लुब्रिकेटेड ग्ल्व्ड फिंगर को गुदा के भीतर प्रवेश करके गांठ या अन्य अनियमित ग्रोथ का पता लगाया जाएगा।
डॉक्टर एनोस्कोपी, सीटी स्कैन, प्रोक्टोस्कोपी, फ्लेक्सिबल सिग्मोइडोस्कोपी, अल्ट्रासाउंड आदि कुछ टेस्ट कर सकते हैं।
यदि डॉक्टर को कैंसर होने की आशंका होती है तो गुदा क्षेत्र के टिश्यू के सैंपल को लैब टेस्ट के लिए भेजा जा सकता है।
सर्जरी
रोगी की मानसिक स्थिति अथवा रोग की गंभीरता के अनुसार उसे लिथोटॉमी पोजीशन (एक ऐसी पोजीशन, जिसमें दोनों पैर रकाब पर होते हैं) के दौरान जनरल/लोकल एनेस्थीसिया दिया जाएगा। इसके बाद निम्न प्रक्रिया की जाएगी-
- अब गुदा क्षेत्र को एंटी-सेप्टिक सलूशन से साफ़ किया जाता है।
- मस्सों की गंभीरता के अनुसार लेजर किरण की फ्रीक्वेंसी तय की जाती है।
- अब लेजर किरणों को बवासीर पर दागा जाता है।
- लेजर किरण पिन पॉइंट कट करते हुए बवासीर को जड़ से ख़तम कर देती है।
- बवासीर सूख जाता है।
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बवासीर की लेजर सर्जरी के बाद क्या होता है?
लेजर सर्जरी के बाद डॉक्टर आपके स्वास्थ्य की जांच करते हैं। आपको अस्पताल में 10 से 12 घंटे रुकने की जरूरत होती है। कुछ मामलों में यह समय अधिक हो सकता है और आपको 24 घंटे तक ठहरना पड़ सकता है।
सर्जरी के बाद आपको कुछ सावधानियां बताई जाएंगी और पूरी तरह से रिकवर होने तक उनका अनुसरण करने को कहा जाएगा।
बवासीर की लेजर सर्जरी के बाद सावधानियां और देखभाल
- कब्ज नहीं होने दे, भरपूर मात्रा में पानी पिएं और आहार में मिर्च मसाले आदि शामिल न करें।
- रिकवर होने तक सेक्स नहीं करें।
- लगातार एक ही जगह बैठे या खड़े नहीं रहें।
- फास्ट रिकवरी के लिए आराम करें और शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।
- सभी दवाओं का सेवन सही समय में करें।
- डॉक्टर से फॉलो-अप लें।
डॉक्टर से बात करें
यदि आपको निम्न लक्षण दिखाई देते हैं तो फ़ौरन डॉक्टर से बात करना चाहिए।
- यदि इलाज वाले स्थान में सूजन और दर्द है और वह कम नहीं हो रहा है।
- इन्फेक्शन की स्थिति होने पर। लक्षण के तौर पर सूजन और पस निकल सकता है।
- 101 डिग्री सेल्सियस से अधिक बुखार आने पर।
- रिकवरी नहीं होने पर।
बवासीर का लेजर ऑपरेशन क्यों?
क्योंकि-
- उपचार में 30 मिनट का समय लगता है।
- उपचार के समय कोई ब्लीडिंग नहीं होती है।
- उपचार के बाद रिकवर होने में बहुत कम समय लगता है।
- रिकवरी के समय मरीज को कोई दर्द नहीं होता है।
- इन्फेक्शन होने की बहुत कम संभावना होती है।
- अस्पताल से 24 घंटे के भीतर डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
- गुदा क्षेत्र में कोई कट नहीं होता है और कोई निशान नहीं बचता है।
यदि आप बवासीर के लेजर ऑपरेशन से जुड़े और भी सवालों के उत्तर जानना चाहते हैं अथवा अपने शहर में सबसे अच्छे डॉक्टर से उपचार करवाना चाहते हैं तो आज ही फोन करें या अपॉइंटमेंट बुक करें।
निष्कर्ष
बवासीर की लेजर सर्जरी उपचार की एक एडवांस और लेटेस्ट प्रक्रिया है। सर्जरी के दौरान रोगी के गुदा क्षेत्र में कोई बड़ा जख्म नहीं बनता है। पूरी प्रक्रिया 30 मिनट के भीतर ख़त्म हो जाती है। बवासीर के लेजर ऑपरेशन के बाद रोगी को डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी सावधानियों का सख्ती से अनुसरण करना चाहिए।