बवासीर में खून आने का मतलब है – आपको सर्जरी की जरूरत है। क्योंकि जब बवासीर के मस्से का आकार बहुत बड़ा हो जाता है अथवा मरीज ग्रेड 2, ग्रेड 3 अथवा ग्रेड 4 की बवासीर से पीड़ित होता है तब ही गुदा क्षेत्र से खून निकलता है।
बवासीर में खून निकलने पर उसे रोकने के लिए बहुत से घरेलू नुस्खे मौजूद हैं। लेकिन ये नुस्खे सिर्फ अस्थाई रूप से खून रोक सकेंगे। यदि आप बवासीर से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको डॉक्टर के पास निदान के लिए जाना होगा और उनके द्वारा दी गई दवाओं का सेवन करना पड़ेगा।
बवासीर में खून रोकने के उपाय
हल्दी-एलोवेरा जेल का पेस्ट
हल्दी को खून बहने से रोकने के लिए सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। बवासीर में खून रोकने के लिए हल्दी का उपयोग निम्न तरीकों से किया जा सकता है-
- हल्दी पाउडर और प्राकृतिक एलोवेरा जेल को मिलाकर लेप तैयार करें और उसे मस्सों पर लगाएं।
- एक चम्मच हल्दी पाउडर में एक चम्मच देसी घी, पेट्रोलियम जेली अथवा नारियल का तेल मिलाकर गीला पेस्ट तैयार करें और उसे बवासीर के मस्सों पर लगाएं।
आइस पैक
आइस क्यूब को बवासीर के मस्सों पर रखें। यह नसों और त्वचा को सिकोड़कर खून रोकने में मदद करता है। अधिक प्रभाव के लिए आप एलोवेरा जेल से आइस क्यूब बना सकते हैं।
सिट्ज़ बाथ
एक टब गुनगुने पानी में एप्सम साल्ट और जात्यादी का तेल डालकर एक मिश्रण तैयार करें। अब टब में अपने गुदा क्षेत्र को 4 से 5 मिनट तक डुबोकर रखें। पानी की गर्माहट गुदा की मांसपेशियों को आराम देगी और खुजली से भी राहत देगी। माँसपेशियों के शांत हो जाने के बाद रक्तस्त्राव भी बंद हो जाएगा।
नोट: पाइल्स से ब्लीडिंग होना एक असामान्य स्थिति है, जिसके कारण शरीर में खून की कमी हो सकती है और आप अनेमिया जैसे गंभीर रोग से पीड़ित हो सकते हैं. यह बवासीर का अंतिम स्टेज का लक्षण हो सकता है (जिसमें घरेलू उपाय काम नहीं आते हैं). इसलिए घरेलू उपाय आजमाने से पहले एक बार डॉक्टर से जांच जरूर कराएं. यदि आप अपने शहर के डॉक्टर से फ्री अपॉइंटमेंट बुक करना चाहते हैं तो नीचे दी गयी “फ्री अपॉइंटमेंट लें” वाली बटन पर क्लिक करके फॉर्म भरें!
एप्पल साइडर विनेगर
बवासीर में खून को रोकने के लिए इसे प्राचीन काल से ही इस्तेमाल किया जा रहा है। एप्पल साइडर विनेगर में
एसेटिक एसिड पाई जाती है जो त्वचा को सिकोड़ने और खून रोकने में मदद करती है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टी गुदा क्षेत्र में इन्फेक्शन होने से रोकती है।
एक सूती कपड़े अथवा रुई को एप्पल साइडर विनेगर में डुबोकर लगालब कर दें। अब रुई/कपड़े की मदद से इसे बवासीर के मस्सों पर लगाएं।
एप्सम नमक और ग्लिसरीन
एप्सम नमक और ग्लिसरीन की बारबर मात्र लें और उसे अच्छी तरह से मिलाएं। अब तैयार मिश्रण को बवासीर के मस्सों पर 20 मिनट के लिए लगाए। यह ब्लीडिंग रोकने और पाइल्स की गंभीरता को कम करने में मदद करेगा।
तिल का तेल
बवासीर में खून बहने से तुरंत राहत पाने के लिए तिल का तेल बहुत कारगर है। तिल के तेल में हल्दी मिलाकर पेस्ट को मस्सों पर लगाएं। इस नुस्खे से खून बहना तुरंत बंद हो जाएगा।
नींबू का रस
नींबू का रस निचोड़कर रुई के माध्यम से मस्सों पर लगाने से खून रोकने में मदद मिलेगी। यह बवासीर के कारण होने वाली अन्य असहजता जैसे- जलन, खुजली, दर्द, सूजन आदि को दूर करने में मदद करता है।
हो सकती हैं ये जटिलताएं
यदि आप बवासीर से पीड़ित हैं और मस्सों से खून निकल रहा है तो यह आपके लिए कई जटिलताओं का कारण बन सकता है, बवासीर से पीड़ित होने पर निम्न जटिलताएं देखने को मिल सकती हैं-
- इन्फेक्शन- पस और रक्त का स्त्राव होने पर भी यदि बवासीर को उपचार रहित छोड़ दिया जाए तो गुदा क्षेत्र में इन्फेक्शन होने की संभावना बनी रहती है। इस दौरान इन्फेक्शन से बचने के लिए आपको गुदा क्षेत्र को स्वच्छ एवं सूखा रखना चाहिए।
- सेप्सिस – कई मामलों में इन्फेक्शन इतना तीव्र हो जाता है कि मरीज को भगंदर और फिर सेप्सिस हो सकता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिससे प्रभावित क्षेत्र की ऊतकें सड़ने लगती है। इसके कारण मनुष्य की मौत भी हो सकती है।
- एनीमिया – लगातार खून बहने के कारण (यह अक्सर ग्रेड 3 और 4 की बवासीर में देखा जाता है) शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिससे मरीज को एनीमिया होने का खतरा बना रहता है।
- दर्द – खून बहने का सीधा तात्पर्य है कि मरीज के बवासीर का ग्रेड अब चरम पर है। यह तेज दर्द का कारण बन सकता है। दवाइयाँ अथवा क्रीम इस दर्द को नियंत्रित कर पाने में असमर्थ हो सकते हैं।
बवासीर में खून रोकने के लिए सर्जरी
उपरोक्त घरेलू नुस्खे बवासीर के खून को अस्थाई रूप से ही नियंत्रित कर सकते हैं। यदि आप बवासीर के कारण होने वाली ब्लीडिंग से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं तो सर्जरी कराना बहुत जरूरी है।
बवासीर का ऑपरेशन के लिए आपको लेजर विधि का चयन करना चाहिए। यह एक एडवांस शल्य क्रिया विधि है जिसके दौरान रोगी के गुदा क्षेत्र में कोई खून नहीं बहता है और 2 दिन बाद रोगी अपने ऑफिस जा सकता है।
वहीं यदि बवासीर का इलाज के लिए रोगी ओपन सर्जरी अथवा अन्य प्राचीन सर्जिकल विधियों का चयन करता है तो उसे रिकवरी के दौरान कई जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। इन्फेक्शन होने के चांसेस बने रहते हैं और लेट्रिन करने में परेशानी हो सकती है। प्राचीन सर्जिकल विधि से उपचार के बाद यदि जख्म नहीं भरता है और इन्फेक्शन हो जाता है तो खून और पस बहने की समस्या हो सकती है।
इसलिए भारत के ज्यादातर सर्जन एडवांस उपकरण की मदद से लेजर सर्जरी कराने की सिफारिश करते हैं।
हमारे डॉक्टर की सलाह लें
यदि बवासीर के मस्सों से बहुत अधिक खून निकल रहा है या आप बवासीर के उच्च ग्रेड से पीड़ित हैं तो आपको तुरंत ही एक अच्छे गुदा रोग विशेषज्ञ से सलाह लेने की आवश्यकता है। ऐसी स्थिति में आप हमें फोन कर सकते हैं या फ्री अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। हमारे अनुभवी डॉक्टर आपको उचित सलाह देंगे और जरूरत पड़ने पर क्लीनीक में निदान के लिए भी बुला सकते हैं।
निष्कर्ष- बवासीर में खून रोकने के लिए घरेलू उपाय आजमाए जा सकते हैं, लेकिन घरेलू उपचार अस्थाई लाभ प्रदान करेंगे। स्थाई रूप से बवासीर में ब्लीडिंग को हमेशा के लिए ख़त्म करने के लिए आपको एक गुदा रोग विशेषज्ञ के पास निदान के लिए जाना चाहिए और उनके कहने पर बवासीर की सर्जरी करानी चाहिए।